माघ पूर्णिमा का स्नान बहुत ही शुभ माना गया है। दूरदराज से लोग माघ पूर्णिमा पर स्नान के लिए सोरों पहुंचते हैं। ज्योर्तिविदों के मुताबिक इस बार माघ पूर्णिमा पर अद्भुत ग्रहों का संयोग बन रहा है, जो सभी राशियों के लिए फलदायी है। माघ पूर्णिमा को लेकर सोरों, कछला में पूर्व संध्या से ही धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए।। तमाम श्रद्धालु गंगास्नान के लिए पहुंचे।
मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इस दिन गंगाजल का स्पर्श मात्र भी मनुष्य को वैकुंठलोक की प्राप्ति देता है। आज के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व पवित्र नदियों में स्नान करने और हरि की पूजा करने से मोक्ष मिलता है। इसी मान्यता के तहत रविवार को माघ पूर्णिमा के अवसर पर लोग गंगास्नान के लिए घाटों पर उमड़ेंगे। पूर्व संध्या से ही गंगाघाटों पर लोग पहुंचने लगे। तीर्थनगरी सोरों में धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए। सोरों तीर्थनगरी में यह भी विशेषता है कि पूरे माघ माह में कई आश्रमों में भंडारे होते हैं। पूर्णिमा के दिन इनका समापन होता है। शास्त्रों के मुताबिक इस दिन स्नान समस्त रोगों का नाश कर देता है।
ज्योतिषाचार्य बोले- ग्रहों का कई वर्षों बाद अद्भुत संयोग
सोरों के ज्योतिषाचार्य पंडित राधाबल्लभ शास्त्री ने बताया कि इस बार ग्रहों का अद्भुत सहयोग बन रहा है। चंद्र, गुरु, शनि स्वग्रही होंगे। जबकि बुध मित्र क्षेत्री है। राहू केतु और शुक्र उच्च रहेगा। ऐसे संयोग बहुत ही कम बनते हैं। इस दिन किया गया कोई भी पुनीत कार्य विशेष फलदायी होता है। धनु राशि के लिए मंगल, मकर राशि के लिए सूर्य और शनि, कुंभ के लिए बुध, मीन के लिए शुक्र विशेष फलदायी है।